रामायण में पड़ा होगा
जब श्री राम को वनवास हो जाता है तो श्री राम ,लक्ष्मण और सीता जी वन से गुजरते हुए जाते है | रास्ते में उन्हे विराट नाम का राक्षस मिलता है ,राम जी उसे मार देते है ,जब विराट की अंतिम सांसे चल रही होती है तब राम जी उससे पूछते है > मै तुम्हारा अंतिम संस्कार कैसे करू मुझें नही पता
हम इंसानो को तो जला के उनका अंतिम संस्कार करते है पर राक्षसों का अंतिम संस्कार कैसे करे ये हमें नही पता अब तुम बताओ कि तुम्हारा अंतिम संस्कार कैसे करू,
तब राक्षस विराट कहता है--- हे राम ,हम राक्षसो के अंतिम संस्कार की यह परंपरा हमारे पूर्वजो ( राक्षसो) ने ही बनाई है, हम राक्षसो को मरने के बाद भूमि मे गाड़ दिया जाता है ,संपूर्ण राक्षस जाति इसी प्रकार संस्कार करती है ,मैं राक्षस हू अतः तुम मुझे भी भूमि मे ही गाड़ दें
इस तरह यह स्पष्ट है की राक्षसों को गाडने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है और आज भी गाड़ा जाता है, वो भी राक्षस ही है।
बुधवार, 25 अक्टूबर 2017
किसकी शरीर मृत्यु के बाद जमीन में गाड़ दी जाती है
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परंतु समाधी लीन साधक समाधी अवस्था में देह त्याग दे तो समाधी देने का विधान भी है।
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