शनिवार, 9 अक्टूबर 2021

आइये जानते है “रत्ति भर” मुहावरे की वास्तविक सच्चाई क्या हैं..?

जाने-अनजाने में हम कितने ही ऐसे शब्दों का उपयोग अपने दैनिक जीवन मे करते है, जिसका वास्तविक मतलब हमें मालूम ही नहीं होता..! परन्तु हम बोलते हैं। 
चाहे वो कोई अंग्रेजी के शब्द हो या कोई हिंदी का मुहावरा...
तो आइए आज हम आपको एक ऐसे ही मुहावरे के बारे में बताते हैं, जिस मुहावरे का इस्तेमाल हमने खुद किया होगा...
या हमारे सामने बहुत सारे लोगो ने, परन्तु उसका मतलब हमें नहीं पता हैं..!

रत्ती एक पौधा हैं। कभी न कभी हमारे सामने किसी ने भी 
रत्ति भर मुहावरे का उपयोग जरूर किया होगा..!
जैसे -  "उसे रत्ति भर अफसोस नही हैं।” 
और इसका मतलब हम कुछ और समझते है। 
परन्तु आज आपको इस बात से परिचित कराने जा रहे हैं कि
असल में रत्ति एक पौधे का नाम है।
रत्ति के पौधे पर लगे दाने आधे लाल और आधे काले होते हैं। 
अपने आप में ही यह पौधा रहस्मयी हैं, क्योंकि जब आप रत्ति के दाने को छुएंगे तो ये आपको बहुत कठोर लगेगा, परन्तु पक जाने के बाद रत्ति के दाने अपने आप पौधे से गिर जाते हैं।
रत्ति के पौधे आपको अधिकतर पहाड़ी जगहों पर देखने को मिलेंगे। 
आम लहजे की बात करे तो रत्ति को ” गुंजा” के नाम से भी जाना जाता है। इसके अंदर मटर जैसे फली के दाने भी होते है।
ये सोना मापने में अहम भुमिका निभाता हैं।

बहुत से लोगों ने जब रत्ति के पौधे के बारे में जांच पड़ताल शुरु की तब उन्हें इस बात का पता चला कि पुराने जमाने मे लोग सोने को मापने के लिए रत्ति का इस्तेमाल करते थे, क्योंकि प्राचीन काल मे मापने का कोई सटीक पैमाना नहीं था। 
ऐसा कहा जाता है कि यही से रत्ति माप की शुरुआत हुई है।
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भारत के साथ यह पूरे एशिया में होता है। 
आज सोना मापने के बहुत सारे यंत्र और तकनीक उपलब्ध है, 
उसके बाद भी रत्ति विधि को सोना मापने के सर्वश्रेष्ठ विधि मानी गयी है। 
आप चाहे तो इस बारे में अपने सोनार से भी पूछ सकते हैं।

सेहत के लिए भी उपयोगी...

रत्ति हमारे सेहत के लिए फायदेमंद होता है।

अगर आपके मुंह में छाले हो गए हैं, तो रत्ति के पत्तो को चबाने से यह जल्दी से ठीक हो जाते है। रत्ति की जड़े भी बहुत लाभदायक होती हैं। 
रत्ति सकारात्मक ऊर्जा को उत्पन्न करता है, इसलिए बहुत सारे लोग रत्ति की अंगूठी या माला पहनते हैं। 
ताकि वो अपने जीवन मे हमेशा सकारात्मक रहें।

एक जैसा माप

इस पौधे की सबसे रहस्मयी बात यह है कि जब भी आप इस पौधे के अंदर के बीजों को मापेंगे तो इसका वजन आपको एक समान ही दिखेगा, थोड़ा-सा भी इधर-उधर नहीं...
इंसानों की बनाई गई यंत्र या मशीन पर आप शक कर सकते हैं
परन्तु प्रकृति का यह माप कभी गलत साबित नहीं होता... अगर आप वजन मापने की मशीन को देखे तो रत्ति का वजन 0.121497 ग्राम के आसपास होता है।

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