पिता जीवन है, संबल है, शक्ति है !
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है !!
पिता अंगुली पकडे बच्चे का सहारा है !
पिता कभी मीठा कभी खारा है !!
पिता पालन है, पोषण है, अनुशासन है !
पिता धौंस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है !!
पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है !
पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है !!
पिता अप्रदर्शित अनंत प्यार है !
पिता है तो घर में इंतजार है !!
पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं !
पिता है तो बाज़ार के सारे खिलौने अपने हैं !!
पिता से परिवार में प्रतिपल राग है !
पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है !!
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है !
पिता गृहस्थाश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है !!
पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है !
पिता रक्त में दिए हुए संस्कारों की मूर्ति है !!
पिता एक जीवन को जीवन का दान है !
पिता दुनियाँ दिखाने का अहसान है !!
पिता सुरक्षा है, अगर सर पर हाथ है !
पिता नहीं तो जीवन अनाथ है !!
पिता नहीं तो जीवन अनाथ है !!........
तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो !
पिता का अपमान नहीं, उन पर अभिमान करो !!
क्योकि माँ बाप की कमी को कोई पाट नहीं सकता !
और ईश्वर भी इनके आशीषों को काट नहीं सकता !!
विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है !
माँ बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है !!
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्रा व्यर्थ है !
यदि बेटे के होते माँ बाप असमर्थ है !!
वो खुश नसीब हैं माँ बाप जिनके साथ होते हैं !
क्योकि माँ बाप के आशीषों के हज़ारो हाथ होते हैं ।
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