गुरुवार, 2 जनवरी 2020

गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस के अवसर पर नागरिक संशोधक एक्ट #CAA को समर्थन देती कविता

डर-डर कर जीते हैं हिंदू , जब इस  हिंदुस्तान में...
जाने कैसे जीते होंगे, हिन्दू पाकिस्तान में...
धर्म जुलूसों पर विवाद है, धर्म उसूलों पर विवाद हैं।
होली रखने पर विवाद हैं, होली में रंग पर विवाद हैं।
दीवाली पर चले पटाखे-फुलझडियों पर भी विवाद हैं।
आशंकित त्योहार मनाते हिन्दू ही हिन्दुस्तान में...
क्या त्योहार मनाते होंगे, हिन्दू पाकिस्तान में..?
गाय का पालन, गाय का पोषण हिन्दू की पहचान हैं।
गाय की सेवा, गाय की रक्षा हिन्दू का अरमान हैं...
गाय की हत्या प्रतिबंधित हैं, भारत के कानून से...
फिर क्यों सडकें रंग जाती हैं, गौ माता के खून से..?
सरेआम गौ हत्या होती हैं, जब हिन्दुस्तान में...
जाने क्या-क्या होता होगा... सोचो पाकिस्तान में...
छेड़-छाड़ का दंश झेलती, रोज-रोज हिन्दू नारी...
अपमानों का घूंट पी रही, रोज-रोज हिन्दू नारी...
चौराहे पर खडी हुई... सोच रही हिन्दू नारी...
या तो धर्म छोड़ दे अपना, या हो जाये हरि प्यारी।
दुष्कर्मी वे खोप घूमते हों, जब हिन्दुस्तान में...
सोचो क्या-क्या होता होगा फिर तो पाकिस्तान में...
छापे, तिलक, हवन करने से धर्म नहीं बचने वाला...
हलुवा-पूरी भंडारे से धर्म नहीं बचने वाला...
गुरु गोविंद सिंह का आव्हान कोने-कोने फैलाओ...
एक पुत्र दो... धर्म की खातिर, वीर प्रसूता माताओं🙏🏻
वरना दुभर हो जायेगा... रहना हिन्दुस्तान में...
सारा मुल्क बदल जायेगा, हिंसक पाकिस्तान में...

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें